Ganesh Aarti

श्री गणेश आरती

गणपति जी की उपासना

श्री गणेश आरती

श्री गणेश आरती के लाभ और महत्व:

मुख्य लाभ:

  • विघ्न निवारण: गणेश जी सभी विघ्नों और बाधाओं को दूर करते हैं।
  • बुद्धि विकास: श्री गणेश जी बुद्धि के देवता हैं, आरती से बुद्धि का विकास होता है।
  • शुभ आरंभ: हर कार्य की शुरुआत में गणेश जी की आरती करने से कार्य निर्विघ्न पूरा होता है।
  • सुख-समृद्धि: गणेश जी की कृपा से घर में धन और समृद्धि आती है।
  • परीक्षा में सफलता: विद्यार्थियों को अध्ययन और परीक्षाओं में सफलता मिलती है।
  • मानसिक शांति: आरती से मन शांत और स्थिर होता है।
  • शक्ति और साहस: जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए शक्ति और साहस मिलता है।

आरती विधि:

  • गणेश चतुर्थी, बुधवार और सभी शुभ कार्यों के प्रारंभ में आरती करना विशेष फलदायी होता है।
  • स्नान करके शुद्ध वस्त्र पहनकर आरती करें।
  • पूजा स्थल पर गणेश जी की मूर्ति या चित्र के सामने दीप जलाएँ।
  • पूरे भक्तिभाव से गणेश जी का ध्यान करते हुए आरती गाएँ।
  • आरती के बाद मोदक या लड्डू का प्रसाद चढ़ाएँ।

श्री गनेश जी की आरती

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

एक दंत दयावंत चार भुजाधारी।
माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी॥

पान चढ़े फल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा॥

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

अंधन को आँख देत कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत निर्धन को माया॥

सूर्य शाम शरण आए सफल कीजे सेवा।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा॥

माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा॥